ब्रह्माण्ड के १० रहस्य और शक्तियाँ, क्या आप जानते हैं?

ब्रह्माण्ड के १० रहस्य
ब्रह्माण्ड के १० रहस्य

आज हम बात करने वाले हैं इस ब्रह्माण्ड के १० रहस्य और शक्तियाँ के बारे में जिन्हें इस दुनिया के बहुत ही कम प्रतिशत लोग ही जानते हैं !लेकिन इस ब्लॉग को पढ़ने के बाद आप भी उन लोगों में शामिल हो जाएंगे, जिन्होंने ब्रह्मांड के इन रहस्यों को समझकर अपने जीवन से एक मिसाल कायम की है ! आइए ब्रह्माण्ड के इन १० रहस्यों को जानने का सफर शुरू करते हैं!

ब्रह्माण्ड के 10 रहस्य

ब्रह्माण्ड के १० रहस्य – PHOTO IMAGE CREDIT GOOGLE

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ब्रह्माण्ड के १० रहस्य में रहस्य १ – ध्यान की शक्ति. (POWER OF MEDITATION)

ब्रह्माण्ड के १० रहस्य में रहस्य १. ध्यान (Meditation) में अदभुत शक्ति है ! ध्यान एक आध्यात्मिक अभ्यास है जिसे बहुत समय से मानव सभ्यता में प्रयोग किया जाता रहा है ! यह एक मानसिक और शारीरिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति अपने मन को शांत करता है ! दोस्तों हमारे मन में प्रतिदिन लगभग साठ हज़ार से अधिक विचार आते हैं, लेकिन उनमें से हमारे लिए उपयोगी केवल कुछ एक विचार ही अच्छे तथा सकारात्मक होते हैं ! ध्यान हमें उन अच्छे विचारों को आत्मसात करने की शक्ति देता है ! और सचमुच यह शक्ति इस पूरे ब्रह्मांड में अदभुत है !

यहां तक कि विज्ञान में भी ध्यान की इस शक्ति को स्वीकारते हुए इसे मानसिक तनाव, थकान तथा अवसाद से भरे विचारों को खत्म करने के लिए और आत्मविश्वास के विकास के लिए सहायक बताया है !

ध्यान के कई लाभ हैं – शांत मन,एकाग्र ध्यान,अच्छी एकाग्रता शक्ति,विचारों और भावनाओं की स्पष्टता,तनावपूर्ण स्थितियों में संतुलित भावनाएं,बेहतर संचार कौशल,नए कौशल और प्रतिभा का जन्म, अटूट आंतरिक शक्ति,उपचार शक्तियां,ऊर्जा के आंतरिक स्रोत से जुड़ने की क्षमता,विश्राम,कायाकल्प और यहां तक ​​कि सौभाग्य को आकर्षित करने की क्षमता!ये सभी नियमित ध्यान अभ्यास के प्राकृतिक प्रभाव हैं।
यह जानने के लिए कि ध्यान कैसे सीखें, आप इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं!(English)

ब्रह्माण्ड के १० रहस्य में रहस्य २ – आकर्षण का सिद्धांत. (LAW OF ATTRACTION)

आकर्षण का सिद्धांत यानी “Law of Attraction” – इस ब्रह्माण्ड (Universe) का एक और अनसुलझा रहस्य है ! जिसे काफी हद तक अनसुलझा लिया गया है लेकिन अभी भी इसकी शक्ति की सीमा की खोज जारी है ! सिद्धांत के अनुसार हमारे विचारों की झलक ही हमें हमारे आस पास सच्चाई के रूप में दिखाई देती है ! जैसा हम सोचते हैं वही यह ब्रह्मांड हमारे जीवन में प्रकट करता है !

यह पूरा नियम एक बहुत ही सशक्त आस्था के साथ काम करता है ! और यह स्वीकार करता है कि जो चीज़ हम महसूस करते हैं; जिसे हम हासिल करना चाहते हैं;अगर हमारी पूरी भावनाएं, पूरी ताकत से उन्हें attract करती हैं, तो प्रकृति का यह सबसे बड़ा नियम यानी आकर्षण का नियम अपना जादू बिखेरता है और वह चीज़ आपके जीवन में बहुत करीब आ जाती है ! इसी तरह एक दिन वह कल्पना आपके जीवन में सच्चाई के रूप में साकार भी हो जाती है !

आकर्षण का नियम कैसे काम करता है? मूलतः, आपके विचारों की ऊर्जा आपके अनुभवों को प्रकट करती है। इसलिए सकारात्मक विचार सकारात्मक अनुभवों को प्रकट करते हैं!शोधकर्ताओं का सुझाव है कि तीन केंद्रीय सार्वभौमिक सिद्धांत हैं जो आकर्षण का नियम बनाते हैं:

१. समान समान को आकर्षित करता है ! (Like attracts Like)

यह नियम बताता है कि समान चीजें एक दूसरे के प्रति आकर्षित होती हैं। इसका मतलब यह है कि लोग उन लोगों को आकर्षित करते हैं जो उनके समान हैं ! माना जाता है कि नकारात्मक सोच नकारात्मक अनुभवों को आकर्षित करती है, जबकि सकारात्मक सोच वांछनीय (POSITIVE) अनुभवों को उत्पन्न करती है।

२. प्रकृति निर्वात से घृणा करती है ! (Nature Abhors a Vacuum)

आकर्षण का यह नियम बताता है कि आपके जीवन से नकारात्मक चीजों को हटाने से अधिक सकारात्मक चीजों को उनकी जगह लेने के लिए जगह मिल सकती है। यह इस धारणा पर आधारित है कि आपके दिमाग और आपके जीवन में पूरी तरह से खाली जगह होना असंभव है। चूँकि कोई न कोई चीज हमेशा खाली स्थान को भर देगी, इसलिए उस स्थान को सकारात्मकता से भरना महत्वपूर्ण है।

३. वर्तमान हमेशा उत्तम होता है ! (The Present Is Always Perfect)

यह धारा इस विचार पर केंद्रित है कि वर्तमान क्षण को बेहतर बनाने के लिए आप हमेशा कुछ अच्छी चीजें कर सकते हैं। हालांकि ऐसा हमेशा लग सकता है कि वर्तमान किसी न किसी तरह से दोषपूर्ण है ! लेकिन यह विचार प्रस्तावित करता है कि, डर या नाखुशी महसूस करने के बजाय, आपको अपनी ऊर्जा को वर्तमान क्षण को सर्वोत्तम बनाने के तरीके खोजने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

ब्रह्माण्ड के १० रहस्य में रहस्य ३ – कृतज्ञता की शक्ति. (THE POWER OF GRATITUDE)

आभार या कृतज्ञता व्यक्त करने का यह रहस्य भी इस ब्रह्मांड (Universe) को और भी रहस्यमय बना देता है ! क्योंकि इस भावना के ज़रिए हम अपने जीवन में मौजूद खुशियों, परिस्थितियों, चीज़ों और लोगों का आभार व्यक्त करते हैं , तो ब्रह्मांड तक आपके सकारात्मक विचारों के कंपन (Vibrations) बहुत तेज़ी से पहुंचते है ! फिर बेशक आपकी ज़िंदगी में कितनी भी दुःख, कितनी भी तकलीफे क्यों ना हो, आपके सकारात्मक विचारों और भावनाओं से व्यक्त की गई कृतज्ञता आपके जीवन में खुशियों के नए रंग बिखेरने लगती है ! ऐसा केवल इसलिए संभव हो पाया क्योंकि आपने आकर्षण के सिद्धांत के ज़रिए आभार व्यक्त कर अपने जीवन में अच्छी चीज़ों और परिस्थितियों को आकर्षित कर लिया !

ब्रह्माण्ड के १० रहस्य में रहस्य ४ – क्वांटम फिजिक्स. (QUANTUM PHYSICS)

दोस्तों यह भी इस ब्रह्मांड का एक और अदभुत रहस्य है ! जिसका परीक्षण, जब वैज्ञानिकों ने किया तो नतीजे होश उड़ा देने वाले थे ! इस रहस्य के अंतर्गत जो भी आप सोचते हैं, देखते हैं, सुनते; महसूस करते हैं, वह सब मायने रखता है करता है (It matters.) और आप अपने विचारों की ऊर्जा (energy) से अपना जीवन बदल सकते हैं ! आप जिस विचार पर अपना ध्यान केंद्रित करते हैं, उस विचार से मिलान (match) करने वाली ऊर्जा (energy) आपके जीवन में आने लगती है !

यही कारण है कि एक गरीब ९९% मामलों में गरीब ही रह जाता है ! क्योंकि वह अपना ध्यान हमेशा ईश्वर को कोसने में और अपनी परिस्थिति पर रोने में लगाता है ! ऐसी परिस्थिति में अमीर बनने के विचार पर ध्यान लगाने वाले, भीड़ में अलग कर दिखाने की ताकत रखते हैं और अपने सकारात्मक विचारोंसे और कार्योंसे अमीरी हासिल कर लेते है ! दोस्तों इस ब्रम्हांड में सब कुछ ऊर्जा (Energy) का ही एक रूप (Form) है इसीलिए ना इसे बनाया जा सकता है और ना ही नष्ट किया जा सकता है.!

रहस्य ५ – लक्ष्यों और सपनों की शक्ति. (POWER OF GOALS & DREAMS)

इस ब्रम्हांड का एक और अनसुलझा रहस्य हमारे सपने हैं ! यह सपने दो प्रकार के होते हैं ! एक वह जो रात को सोते समय हमें दिखाई देते हैं और दूसरे वह जिन्हें हम खुली आंखों से साकार करना चाहते हैं ! दोस्तों, रात को आने वाले सपने के पीछे का रहस्य आज तक वैज्ञानिक भी नहीं बता पाए हैं और स्पष्टीकरण के रूप में वह यह प्रमाणित करते हैं कि यह सपने हमारा अवचेतन मन (Subconscious Mind) हमारा मार्गदर्शन करने के लिए दिखाता है !

लेकिन दोस्तों जब हम इस अवधारणा (Concept) को ब्रह्माण्ड (Universe) से जोड़ना (connect )करते हैं तो हम पाते हैं कि हमारा अवचेतन मन (Subconscious Mind) भी तो इस ब्रह्माण्ड (Universe) की शक्तियों के आकर्षण का सबसे बड़ा चुंबक है ! इसीलिए ब्रह्माण्ड (Universe) से भेजे गए वो चित्र जो सपने के रूप में आपकी नींद में प्रकट होते हैं, उनके पीछे छुपा संदेश आपको समझना होगा !

दूसरा सपना जिन्हें हम खुली आंखों से देखते हैं ! जिन्हें हम अपना लक्ष्य या गोल भी कहते हैं ! यह भी कुछ कम नहीं है ! क्योंकि इस लक्ष्य की इरादों से निकलने वाली मजबूत कंपन (Strong Vibrations) आपके जीवन में न केवल उस लक्ष्य को, बल्कि उस लक्ष्य को पाने के लिए जीती जाने वाली चुनौतियों को भी आकर्षित करती हैं! इसीलिए अपने जीवन का एक लक्ष्य ज़रूर बनाइए ! क्योंकि बिना लक्ष्य के मनुष्य का जीवन निरर्थक है और संपूर्ण ब्रह्मांड आपको अपने जीवन में एक या एक से अधिक बड़े लक्ष्य निर्धारित करने को प्रेरित करता है !

ब्रह्माण्ड के १० रहस्य में रहस्य ६ – ब्रह्ममुहूर्त. ( BRAHMAMUHURTA)

ब्रह्ममुहूर्त शब्द में ब्रह्म का अर्थ है – ब्रह्मा यानी इस सृष्टि के निर्माता और मुहूर्त का अर्थ है समय ! यानी यह समय ब्रह्मा की शक्तियों को महसूस करने का सबसे पवित्र और उपयुक्त समय है ! भारतीय आयुर्वेदिक ग्रंथों के अनुसार इस समय व्यक्ति को अपना बिस्तर छोड़ देना चाहिए और योग और ऐसे आध्यात्मिक कार्य करनी चाहिए जो उसे साक्षात् ब्रह्मा और ब्रह्माण्ड से जोड़ दें ! ब्रह्म मुहूर्त में केवल उठ भर जाने से , यह हमारे शरीर के वात अर्थात वायु को शांत करता है और हमारे मन को नियंत्रित करता है ! वैदिक परंपरा में इस अवधि को प्रार्थना जैसे आध्यात्मिक साधना के लिए आदर्श माना गया है ! इस समय ध्यान करने से हमारा मन एकाग्र रहता है !

ब्रह्म मुहूर्त का अमृतमय वक्त सुबह तीन बजे से छह बजे के बीच का माना जाता हैं। कुछ लोग इसे सूर्योदय से ठीक १ घंटा ३६ मिनट पहले के रूप में परिभाषित करते हैं। १ मुहूर्त = ४८ मिनट. ब्रह्म मुहूर्त सूर्योदय से ठीक २ मुहूर्त पहले शुरू होता है। इसलिए, यह सूर्योदय से ठीक १ घंटा ३६ मिनट पहले शुरू होता है और ४८ मिनट पहले समाप्त होता है। जैसा कि हम जानते हैं कि सूर्योदय का समय ऋतुओं और भौगोलिक स्थानों के अनुसार अलग-अलग होता है, उसी के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त भी अलग-अलग होता है।

रहस्य ७ – सात चक्र. ( SEVEN CHAKRAS)

मानव शरीर में ऊर्जा केंद्रों के रूप में मौजूद सात ( ७ )चक्र, मानव जीवन को इस ब्रह्मांड की अनंत शक्तियों को करीब से महसूस कराती हैं ! जो लोग अपने सात चक्रों के जागरण से समृद्ध है, वो लोग सही मायनों में सफल हैं !और वो इस रहस्य को जानते हैं कि इन सातों चक्रों का संबंध इसी ब्रह्मांड से है ! हमारे शरीर में एकसौ नौ (१०९)चक्र हैं ! इनमें मुख्य हैं बारह ! और इनमें भी मुख्य हैं नौ !और इनमें भी प्रमुख हैं सात चक्र ! यह चक्र ही हमारे मानव शरीर के वह केंद्र हैं जहां हमारी सभी नसें आ कर मिल जाती है !

भारतीय साधकों और योगियों ने इन चक्रों पर जीत पाकर एक शांत, सरल और समृद्धि जीवन के रहस्यों को जाना है !यह चक्र हमारे शरीर के मुख्यद्वार है ! जिनमें यदि एक भी बंद हो गए, या उनमें कोई भी समस्या आई, तो मानव जीवन का संतुलन खराब हो जाएगा और अनेकों प्रकार की अलग अलग बीमारियां हमारे शरीर में घर कर लेंगी ! इन चक्रों में असीमित ऊर्जा का भंडार है ! जो व्यक्ति, ध्यान के माध्यम से इन चक्रों को खोलने में सफल हो जाता है, वह न केवल सौ वर्षों से भी अधिक जीवन जीने के आशीर्वाद को ग्रहण करता है, बल्कि उसके जीवन में दुख नाम की कोई चीज़ रह ही नहीं जाती !

लेकिन आजकल लोग बाहरी वस्तुओं जैसे जंक फ़ूड (Junk Food),फ़ास्ट फ़ूड (Fast Food) और ऐसी लाइफस्टाइल (Lifestyle) जिसका उद्देश्य केवल दिखावा करना है; को अपनाकर जाने अनजाने में इन्हीं चक्रों पर प्रहार करते हैं ! और नतीजों में कितने दिन, हॉस्पिटल्स (Hospitals) और क्लिनिक्स (Clinics) के चक्कर लगाकर न केवल अपना धन, बल्कि अपना समय, अपनी ऊर्जा, अपना स्वास्थ्य, अपनी मानसिक शांति सब बर्बाद करते हैं ! इसीलिए हमें आज ही अपने सातों चक्रों के जागरण के प्रति सोचना होगा !

आपके आसान संदर्भ के लिए ७ चक्रों के नाम।

१. मूलाधार चक्र – मूलाधार चक्र।
२. स्वाधिष्ठान चक्र – त्रिक चक्र।
३. मणिपुर चक्र – सौर जालक चक्र।
४. अनाहत चक्र – हृदय चक्र।
५. विशुद्ध चक्र – गला चक्र।
६. अजना चक्र – तीसरा नेत्र चक्र।
७. सहस्त्रार चक्र – मुकुट चक्र।

रहस्य ८- अपने विचार लिखने और स्वयं से बात करने की शक्ति. (Power of Writing Own Thoughts & Self Talk)

ये दोनों ही शक्तियां इस ब्रह्मांड में बहुत अदभुत तरीके से काम करती हैं !अब तक तो आप यह जान ही चुके हैं कि विचारों की शक्ति इस ब्रह्मांड में किस तरह काम करती है ! लेकिन जब हम इन विचारों को शब्दों का रूप दे देते हैं तो उन विचारों का प्रतिबिंब (Reflection) और भी तेज गति को प्राप्त कर ब्रह्माण्ड तक पहुंचता है ! इसीलिए अपने विचारों को लिख कर शब्द दे देने से यह ब्रह्मांड आपके जीवन में वह चुनौतियां प्रकट करेगा, जिन्हें पार कर आप उन विचारों में झलकते लक्ष्य को हासिल कर लेंगे !

इसके लिए आप एक साधारण सी डायरी (Diary) और एक पेन (Pen) के ज़रिए प्रतिदिन एक निश्चित संख्या में अपने विचारों को लिखकर अपना लक्ष्य ब्रह्मांड तक संप्रेषित कर सकते हैं। जब आप अपने विचार लिखते हैं, तो एक तरह से आप इस ब्रह्मांड को ये ऑर्डर देते हैं कि आप उस लक्ष्य को पाकर रहेंगे। फिर क्या ये ब्रह्मांड आपको तैयार करता है उस लक्ष्य को पाने के लिए ! क्योंकि वो उन चुनौतियों का जनक है जो आपके जीवन में आती है।

सेल्फ टॉक (Self Talk) यानी खुद से बात करना,अपने दिल की आवाज सुनना और अपने अवचेतन मन (Subconscious Mind) की आवाज सुनना। क्योंकि हमारे शरीर में मौजूद ये दोनों ही तत्व इस ब्रह्मांड के सबसे शक्तिशाली तत्व है। अपने अवचेतन मन की आवाज आपको ऐसे ही सुनाई नहीं देती क्योंकि इसकी आवाज साक्षात ईश्वर की आवाज मानी जाती है। एकांत में शांत जगह पर बैठकर खुद से ये सवाल करना और धैर्य के साथ खुद ही उसका उत्तर सुनना ये एक महत्वपूर्ण कला है , जिसे इस संसार के महान लोग जानते हैं और इस रहस्य को अपने जीवन में व्यवहार मिलाकर वो हर चुनौती पर जीत हासिल करने का नया मार्ग खोज लेते हैं।

रहस्य ९- विज़ुअलाइज़ेशन की शक्ति. (Power of Visualization)

ये वो तकनीक है जिसके जरिए हम विचारों को अपनी मानसिक तस्वीर में बदलते हैं ! आप विज़ुअलाइज़ेशन की शक्ति से अपने विचारों को पंख देते हैं और अपने लक्ष्य को करीब से महसूस करते हैं।दोस्तों ये इस ब्रह्मांड की एक और अनोखी शक्ति है जिसे हम देख भी सकते हैं और महसूस भी कर सकते हैं।आप को तो बस अपनी कल्पना को पंख देना है। परिणाम अपने आप होगा ! अपने विचारों को चित्रों के माध्यम से इस ब्रह्मांड तक भेजना, ब्रह्मांड से अपने लक्ष्य के प्रति कमिटिड होने का सबसे शक्तिशाली माध्यम है।

विज़ुअलाइज़ेशन की शक्ति वह परिणाम उत्पन्न करने की आपकी क्षमता है जिसे आप नहीं देखते हैं। जो कुछ भी बनाया या हासिल किया गया वह सबसे पहले किसी के दिमाग में एक विचार के रूप में शुरू हुआ ! स्वयं को सफल “देखना” आपको यह विश्वास करने में मदद करता है कि यह हो सकता है – और होगा – घटित होगा। विज़ुअलाइज़ेशन आपको सफलता का “अभ्यास” करने में मदद करता है। जब आप कल्पना करते हैं कि किसी घटना या गतिविधि का हर कदम अच्छा चल रहा है, तो आप अपने दिमाग और शरीर को वास्तविक जीवन में उन कदमों को उठाने के लिए तैयार कर लेते हैं।

रहस्य १० – निरंतरता और स्वयं सहायता पुस्तकें पढ़ने की शक्ति. (Power of Consistency & Reading Self Help Books)

आपने ये मंत्र तो जरूर सुना होगा “कन्सिस्टेन्सी इज द की” यानी आपकी निरंतरता ही आपको सफल बनाती है। आपने अपने विचार सकारात्मक तो कर लिए,आपनी इंटेंशन्स भी सेट कर ली, लेकिन अगले ही पल आप फिर नकारात्मक हो जाते हैं , तो आप इस ब्रह्मांड की शक्तियों की अवहेलना कर रहे हैं। आपको कंसिस्टेंट रहना है यानी आपको अपनी सकारात्मक सोच के प्रति निरंतरता रखनी है ! इस निरंतरता को बनाए रखने के लिए आप कुछ सेल्फ हेल्प बुक पढ सकते हैं ,जो आप आपके मानसिक दृष्टिकोण को और विस्तृत करने में आपकी सहायता करती है ,और आपको हमेशा अपने लक्ष्य के प्रति कमिटिड रहने के लिए प्रेरित करती है, इनस्पाइर करती है !

निरंतरता सीधे तौर पर उन आदतों के निर्माण से जुड़ी है जो आपके व्यवहार को सकारात्मक रूप से बदल सकती हैं। जब आप निरंतर होते हैं, तो आप उस गति का निर्माण करते हैं जिसकी आपको प्रेरित होने (और बने रहने) और प्रगति करने के लिए आवश्यकता होती है। आप इस लेख को ब्रह्मांड की शक्ति कैसे प्राप्त करें? इस नजरिये से भी सोच सकते है !

दोस्तों मै आशा करता हूँ ब्रह्मांड के इन १० रहस्य और शक्तियोंका का आप हमेशा सदुपयोग करेंगे ! मै आपके सुनहरे भविष्य के लिए आपको ढेर सारी शुभ कामनाए देता हु ! आप ऐसे ही आगे बढ़ते रहिये , हमेशा कुछ ना कुछ नया सीखते रहिये ! और सबसे महत्वपूर्ण बात – हमेशा मुस्कराते रहिये , ये आप पर बहोत अच्छी लगती है !
आप को ये जानकारी कैसी लगी इस बारे में कृपया जरूर टिपण्णी करें – “प्रातिक्रिया दे” शीर्षक वाले बॉक्स में ! कृपया और जानकारी के लिए निचे स्क्रोल करें !
Information Credits – Better Life

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By gyanbyjabulani.in

मैं एक प्रमुख साइकिल चालक हूं और घूमना पसंद करता हूं। मैं प्रकृति के प्रति बहुत संवेदनशील हूं और कृतज्ञता के साथ-साथ ब्रह्मांड में मौजूद अनंत ऊर्जाओं में भी विश्वास रखता हूं। मैं कॉमर्स में पोस्ट ग्रेजुएट हूं और मुझे आईटी के साथ-साथ प्रबंधन में भी लगभग २१ वर्षों का पेशेवर अनुभव है।

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