भारत की पैरा स्पोर्ट्स गर्ल मिस शीतल देवी की एक प्रेरक वास्तविक जीवन की कहानी !

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शीतल देवी एक ऐसा नाम है जिसने हर भारतीय को गौरवान्वित किया है और इस कहानी को पढ़ने के बाद आपको लगेगा कि आपका सीना गर्व से चौड़ा हो गया है !

फोटो : डीआईपीआर

शीतल देवी

शीतल देवी आतंकवाद से प्रभावित जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के सुदूर पहाड़ी गांव लोइधर की रहने वाली हैं !

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देवी का जन्म १० जनवरी २००७ को फ़ोकोमेलिया स्थिति के साथ हुआ है ! यह एक दुर्लभ चिकित्सीय स्थिति है जिसके कारण अंग बहुत छोटे हो जाते हैं !

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इस चिकित्सीय स्थिति के संबंध में, वह पूरे हाथों के बिना पैदा हुई थी ! उनका और उनके परिवार का जीवन चुनौतियों से भरा था ! हालाँकि उनके माता-पिता ने कभी हार नहीं मानी !

शीतल देवी को बचपन से ही तीरंदाजी का बहुत शौक था लेकिन हाथ न होने के कारण इसे सीखना उनके लिए बहुत कठिन था !

२०१९ में ११ राष्ट्रीय राइफल नॉर्दर्न कमांड ने उन्हें गोद लिया ! फिर २०२१ में, उन्होंने कृत्रिम अंगों के लिए मेजर अक्षय गिरीश की मां मेघना गिरीश से संपर्क किया !

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मेघना ने तब श्री अनुपम खेर को मनाया जिन्होंने मदद की और शीतल को कृत्रिम हाथ मिल गए ! लेकिन उसकी ताकत उसके पैरों में थी और असाधारण साहस था !

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शीतल के कौशल और तीव्र इच्छा को देखते हुए बेंगलुरु की प्रीति राय ने लगातार प्रयास किए और खेल एनजीओ के साथ समझौता किया और उनके प्रयासों से ही शीतल तीरंदाजी में आगे बढ़ीं !

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शीतल के कौशल को पूरी तरह से विकसित करने के लिए, उनके कोच, श्री कुलदीप वेदवान ने शीतल को अपने मुंह और पैरों से तीरंदाजी करने में मदद करने के लिए एक विशेष किट डिजाइन की !

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इसके साथ, शीतल ने तीरंदाजी में अपने कौशल का प्रदर्शन करना शुरू कर दिया और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू कर दिया !

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१६ वर्ष की शीतल ने २०२३,  एशियाई पैरा खेलों में दो स्वर्ण समेत तीन मेडल जीतकर इतिहास रचा ! एक ही संस्करण में दो स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी !

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इस असाधारण उपलब्धि के लिए, शीतल देवी को ९ जनवरी २०२४ को दिल्ली में  राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से वर्ष २०२३ के लिए अर्जुन पुरस्कार प्राप्त हुआ है !

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शीतल अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने वाली दुनिया की पहली बिना हाथ वाली महिला तीरंदाज हैं ! उनका लक्ष्य अब ओलंपिक में भारत के लिए गोल्ड जीतना है !

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प्रधान मंत्री मोदीजी ने भी १ नवंबर २०२३ को नई दिल्ली में एशियाई पैरा खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली शीतल देवी से बातचीत की और उन्हें आशीर्वाद दिया है !

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