फरवरी 1981 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के बीच तीसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा था ! यह टेस्ट मैच का आखिरी दिन था. !
यह न्यूजीलैंड बनाम टेस्ट मैच का आखिरी ओवर भी था, जिसमें ओवर में 7 रन की आवश्यकता थी ! न्यूज़ीलैंड के लिए यह एक आसान जीत की संभावना थी !
हालाँकि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ग्रेग चैपल ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक असामान्य और विरोधाभासी निर्णय लिया कि न्यूज़ीलैंड को मैच टाई करने का भी मौका न मिले !
उन्होंने क्रिकेट नियमों में खामियों को उठाया और गेंदबाज, जो उनके छोटे भाई ट्रेवर चैपल थे, को अंडरआर्म गेंद फेंकने का आदेश दिया !
उस समय क्रिकेट में अंडरआर्म बॉलिंग की इजाजत थी लेकिन ऐसा करना पूरी तरह से खेल भावना के खिलाफ था।
Credit - ThirdMan_Cricket
न्यूजीलैंड के बल्लेबाज के पास अंडरआर्म गेंद को रोकने के अलावा कोई विकल्प नहीं रहा ! ऑस्ट्रेलिया ने वह मैच तो जीत लिया लेकिन न्यूजीलैंड के बल्लेबाज पूरी तरह निराश हो गए थे !
इस घटना ने वास्तव में पूरे क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया क्योंकि खेल नैतिकता का बिल्कुल भी सम्मान नहीं किया गया था !
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इस मैच के बाद आईसीसी ने नियम बदल दिए और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अंडरआर्म गेंदबाजी पर हमेशा के लिए प्रतिबंध लगा दिया !