आपकी इच्छानुसार कुछ नहीं होता तो क्या आप चिड़चिड़े हो जाते हैं? चिड़चिड़ापन रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गया है ! अगर आप भी बहुत चिड़चिड़े हुवे हो, तो दिए गए समाधानों को अवश्य आज़माएँ !
प्रतिदिन थोड़ा व्यायाम करें ! इसमें आप १० मिनट तक चल सकते हैं और ४५ मिनट तक वर्कआउट कर सकते हैं ! आप सप्ताह में कम से कम ४ बार व्यायाम करते हैं, तो अपनी चिड़चिड़ापन में अंतर देखेंगे !
बागवानी करने से मस्तिष्क में सेरोटोनिन; मन खुश करनेवाला, एक प्राकृतिक अवसाद रोधी रसायन बढ़ता है ! इससे चिड़चिड़ापन कम करने में मदद मिलती है !
ध्यान हमेशा अच्छा होता है ! आपका ध्यान आपको सांसों पर केंद्रित करता है ! इससे मन से विचार स्वत: ही दूर हो जाते हैं ! परिणामस्वरूप चिड़चिड़ापन कम हो जाता है !
योग में कुछ अभ्यास या आसन, शरीर की मांसपेशियों और ऊतकों (टिश्यू) को खींचते हैं ! यह हृदय गति और रक्तचाप को नियंत्रित करने और चिड़चिड़ापन कम करने में मदद करता है !
मालिश हाथ, पैर, पीठ की मांसपेशियों और ऊतकों (टिश्यू) के लिए बहुत अच्छी होती है ! इससे मांसपेशियों में खिंचाव पैदा होता है ! परिणामस्वरूप तनाव और चिड़चिड़ापन नहीं होता !
हर दिन कम, अधूरी, अपर्याप्त नींद चिड़चिड़ापन बढ़ने की संभावना है ! हमें ७ से ९ घंटे नींद की जरूरत होती है। ठंडा, थोड़ा अंधेरा, शांत कमरा पर्याप्त-आरामदायक नींद के लिए अच्छा विकल्प है !
सोने से पहले सोशल मीडिया, स्मार्ट फोन, टीवी आदि से दूर रहें। शांतिपूर्ण नींद के लिए आप बिस्तर पर लेटकर शांतिपूर्ण संगीत का आनंद ले सकते हैं। इससे आपका मन शांत रहेगा।